उत्तराखण्ड राज्य के 100 राजकीय महाविद्यालयों मे यह महाविद्यालय वर्ष 2014-15 में टिहरी गढ़वाल जिले के तहसील गजा विकासखण्ड नरेन्द्रनगर पट्टी क्वीली में स्थापित किया गया । जिला मुख्यालय टिहरी से इस महाविद्यालय की दूरी 63 किमी तथा रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से 76 किमी गजा-चाका रोड पर स्थित है। समुद्रतल से इसकी उंचाई 1200 मीटर है। यह महाविद्यालय श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय,बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल से सम्बद्ध है। पोखरी क्षेत्र के उत्तर में 40 किमी की दूरी पर टिहरी बांध तथा पूरब में 6 किमी की दूरी पर कोटेश्वर बांध स्थित है। महाविद्यालय से संगम तीर्थ स्थल देवप्रयाग पूरब-दक्षिण में 40 किमी की दूरी पर हैं।
उत्तराखण्ड राज्य की राजधानी देहरादून से यह स्थल 112 किमी की दूरी पर है। यह महाविद्यालय गजा-चाका-रणाकोट क्षेत्र के इण्टरमीडिएट विद्यालयों के छात्र-छात्राओं हेतु कला संकाय से स्नातक करने का एक सुगम केन्द्र है। गढवाल के 52 गढ़ों में से क्वीली गढ़ भागीरथी के दायीं ओर कोट ग्राम के समीप घण्टाकर्ण के मंदिर के रूप में आज भी अवस्थित है। लघु हिमालय की फिलिटिक शैल से निर्मित इस क्षेत्र की पहाड़ियों का ढाल उत्तर-पूरब को 10 डिग्री से 25 डिग्री तक है।
महाविद्यालय स्थापना के साथ ही प्रथम सत्र में ही स्नातक स्तर तक कला संकाय के कुल 06 विषयों मे एक साथ पठन-पाठन प्रारम्भ किया गया है। वर्तमान में महाविद्यालय रा०इ०कॉ० पोखरी (क्वीली) के भवन संख्या-3 में संचालित किया जा रहा है। अपनी स्थापना के वर्ष से ही महाविद्यालय उत्तरोत्तर प्रगति की ओर उन्मुख है, निरन्तर बढ़ती छात्र संख्या इस बात की सप्रमाण पुष्टि करती है।
इस महाविद्यालय का नाम शहीद बेलमती चौहान के नाम पर रखा गया है। श्रीमती बेलमती चौहान उत्तराखण्ड राज्य स्थापना हेतु चल रहे आन्दोलन के दौरान मंसूरी में 2 सितम्बर, 1994 को शहीद हुई थीं। शहीद श्रीमती बेलमती चौहान का जन्म ग्रा० रणाकोट पट्टी -पालकोट, जिला टिहरी गढ़वाल में हुआ था । उनके पिता का नाम स्व. श्री नैन सिंह रावत था, जोकि अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य थे। बचपन में ही इनकी माता का देहान्त हो गया। जिसके बाद इनके दोनों मामाओं स्व. श्री शीतवान सिंह रावत व श्री केवल सिंह रावत ने इनका पालन पोषण किया। इनका विवाह स्व. श्री धर्मसिंह चौहान, ग्राम खलूण, पटटी-धाराकिया, तहसील-गजा, टिहरी गढ़वाल से हुआ। इनके चार पुत्रियों श्रीमत्ती लक्ष्मी नेगी, श्रीमती सुनीता सोलंकी, श्रीमती सरिता रावत,श्रीमती अंजना असवाल तथा एक पुत्र रंजीत चौहान हैं। इनके पुत्र वर्तमान में 127 अपर राजीव नगर डांडा धरमपुर, देहरादून में निवास करते हैं।
महाविद्यालय के समस्त नवागन्तुक एवं पूर्व से ही अध्ययनरत छात्र/छात्राओं से हमारी अपेक्षा है कि हम सब मिलकर इस महाविद्यालय को उन्नति के शिखर पर पहुंचाएंगें। सभी के मध्य निरन्तर उदेश्यपरक संवाद बना रहे और मनसा, वाचा,कर्मणा महाविद्यालय की प्रगति हेतु प्रयासरत रहें ।
"आपके उज्ज्वल भविष्य की कामनाओं सहित।" ✍
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